अंडरवाटर मेट्रो हावड़ा और साल्ट लेक को जोड़ेगी और इसमें छह स्टेशन होंगे, जिनमें से तीन भूमिगत हैं।
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के कुल 16.6 किलोमीटर, 10.8 किलोमीटर में एक भूमिगत गलियारा शामिल है, जिसमें हुगली नदी के नीचे अभूतपूर्व सुरंग भी शामिल है।
यह हुगली नदी के नीचे बनी एक अंडरवाटर सुरंग है , जिसकी लंबाई 520 मीटर है. इस सुरंग के द्वारा मेट्रो लाइन का विस्तार कोलकाता से हावड़ा तक हो जायेगा
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का काम 2009 में शुरू हुआ और हुगली नदी के नीचे सुरंग बनाने का काम 2017 में शुरू हुआ।
इस टनल की लम्बाई 520 मीटर है, यह पानी की सतह से 32 मीटर नीचे बना हुआ है। टनल के अंदर मेट्रो का सफर 45 सेकंड का होगा
ईस्ट-वेस्ट कोलकाता मेट्रो कॉरिडोर का सबसे गहरा स्टेशन हावड़ा मेट्रो स्टेशन है. इसकी ऊंचाई लगभग 10 मंजिला इमारत जितनी है.
सुरंग में अंदर मेट्रो की स्पीड की सीमा 80 KMPH हैं. पीक आवर्स के दौरान यात्री घनत्व लगभग 30,000 यात्रियों का होगा और पानी के भीतर यात्रा का औसत समय 45 सेकंड होगा.