अयोध्या हिंदुओं का प्रमुख तीर्थस्थल है।मुख्य रूप से मंदिरों का शहर है, जिसकी स्थापना मनु ने की थी । जानते हैं  अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थल के बारे में ।

यह मंदिर पर्वत की चोटी पर स्थित है जहाँ तक पहुँचने के लिए आपको 76 सीढ़ियाँ चढ़कर जाना होगा। कहा जाता है भगवान राम के दर्शन के पहले हनुमान जी का दर्शन करना अनिवार्य है 

राजा दशरथ जी का महल अवश्य देखें, सूंदर कलाकृति से सजी हुई दीवारें सरलता और राजसी का विहंगम संगम है ।

यह भवन भगवान श्री राम जी के विवाह के तुरंत बाद महारानी कैकेयी जी द्वारा देवी सीता जी को उपहार में दिया गया था।

तुलसी स्मारक भवन म्यूजियम गोस्वामी तुलसीदास को समर्पित 1969 में बनवाया गया था

शिव भगवान को समर्पित इस मंदिर का निर्माण भगवान श्री राम के छोटे पुत्र कुश ने करवाया था|

एक बार सरयू में स्नान करते समय कुश ने अपना बाजूबंद खो दिया था जो एक नाग कन्या द्वारा वापस किया गया| नाग कन्या कुश पर मोहित हो गयी, चूँकि वह शिवभक्त थी .कुश ने इस मंदिर का निर्माण उस नाग कन्या के लिए करवाया था| .

यह सुंदर मंदिर उस स्थान को चिह्नित करता है जहां भगवान राम ने पौराणिक अश्वमेध यज्ञ किया था। कुल्लू के राजा (हिमाचल प्रदेश) ने लगभग तीन सदी पहले वर्तमान संरचना बनाई थी।

सरयू नदी के पवित्र तट पर बनी घाटों का समूह राम की पैड़ी कहलाता है। यह स्थान न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य मन को मोह लेता है।

भगवान राम को कई नाम से बुलाया जाता था ,जानिए माँ सीता सबसे अलग किस नाम से बुलाती थी ?