ढोला-सादिया ब्रिज (तिन्सुकीआ, असम) जिसे भूपेन हजारिका सेतु के नाम से भी जाना जाता है। (पुल का नाम कलाकार और फिल्म मेकर भूपेंद्र हजारिका के नाम पर दिया गया। connecting :-असम - अरुणाचल प्रदेश
ढोला-सादिया ब्रिज (तिन्सुकीआ , Assam) Length- 9.15 km (5.69 mile) यह ब्रह्मपुत्र नदी के सहायक लोहित river के ऊपर बना हुआ है । कंस्ट्रक्शन Period - 2011 - 2017 उद्घाटन- 26th May 2017 कुल लागत खर्च - 1000 करोड़
दिबांग रिवर ब्रिज (अरुणाचल प्रदेश) दिबांग रिवर ब्रिज देश का दूसरा सबसे लंबा पुल माना जाता है। यह अरुणाचल प्रदेश की दिबांग नदी के ऊपर निर्मित ये पुल बोमजीर और मालेक गांवों को जोड़ता है।
दिबांग रिवर ब्रिज (अरुणाचल प्रदेश) इसकी लम्बाई 6.2 Km है । यह सैन्य दृष्टिकोण से भारत के लिए मत्वपूर्ण है । इस पुल का 2018 में शुभारम्भ हुआ ।
महात्मा गाँधी सेतु (बिहार, पटना ) यह ब्रिज महात्मा गांधी सेतु ,गांधी सेतु या गंगा सेतु नाम से जाना जाता है। यह देश में Longest ब्रिज में तीसरा स्थान रखता है। यह Patna - Hazipur को जोड़ता है।
महात्मा गाँधी सेतु (बिहार, पटना ) इस पुल की लम्बाई 5.75 Km है। construction started - 1972 Inaugrated by प्राइम मिनिस्टर इंदिरा गांधी in 1982
बोगिबिल रिवर ब्रिज ( Assam) Bogibeel Bridge भारत की सबसे लंबी रिवर ब्रिज में Fourth स्थान पर है। इस ब्रिज की लम्बाई 4.94 किलोमीटर है। यह असम में धेमाजी जिले और डिब्रूगढ़ जिले को जोड़ता है। यह पुल ब्रम्हपुत्र नदी के ऊपर बनाया गया है। इसे HCC औरगैमन इंडिया ने बनाया है।
बोगिबिल रिवर ब्रिज (Asam) कंस्ट्रक्शन Completed in year 2002 टोटल प्रोजेक्ट cost:- 5,900 करोड़ टोटल 80,000 tonnes स्टील प्लेट का इस्तेमाल किया गया । इस ब्रिज बनाने के बाद असम से अरुणाचल प्रदेश का दूरी 170 Kmऔर दिल्ली से डिब्रूगढ़ की दूरी 165 Km कम हो गयी । इससे लगभग 10 लाख/day फ्यूल खर्च काम हो गया ।
विक्रमशिला सेतु ( भागलपुर, बिहार ) यह Bridge भारत की सबसे लंबी रिवर ब्रिज मेंFifth स्थान पर है। इसकी लम्बाई 4.7 किमी है। यह पूल गंगा नदी पर बना हुआ है । यह दो लेन का पुल है ।
विक्रमशिला सेतु ( भागलपुर, बिहार ) यह ब्रिज NH80 और NH31 को जोड़ता है। इस पुल कानिर्माण 2001 में हुआ था। यह पुळ भागलपुर के बैरारी घाट से नौगछिया को जोड़ता है। टोटल प्रोजेक्ट Cost:- 1110 करोड़