Bihar teacher recruitment का भविष्य अधर में?— क्या बिहार सरकार की युवाओं को नौकरी देने के बादे पर सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम ग्रहण लग जाएगा ? क्या बिहार में शिक्षक नियुक्ति का भविष्य अधर में लटक जायेगा ? दीपांकर गौरव की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर ली है.
दीपांकर गौरव ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाया था. जिसमे उन्होंने मांग की थी कि B.ED. अभ्यर्थियों का भी रिजल्ट डिक्लेअर किया जाय .अन्यथा जो रिजल्ट जारी हुए हैं , उसे स्टे किया जाय. सुप्रीम कोर्ट याचिका को सुबावै करने योग्य मानते हुए स्वीकार कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट कल यानी 03 नवंबर को इसकी सुनवाई करेगा.
Bihar teacher recruitment का भविष्य अधर में?दीपांकर गौरव कौन हैं ?
बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने अपने याचिका मांग कि थी कि B.ED. अभ्यर्थियों का भी रिजल्ट डिक्लेअर किया जाय। इसकी सुनवाई मिख्य न्यायधीश के बेंच में हुई । इसकी अगली सुनवाई 03 Nov को निर्धारित किया गया है । साथ हिन् उन्होंने बताया कि रिजल्ट पर स्टे लगाने कि याचिका को भी सुप्रीम कोर्ट स्वीकार कर लिया है ।
याचिका में अपील किया गया है कि B.ED अभयर्थियों के साथ धोखा हुआ है. इनका भीं रिजल्ट DLD अभयर्थियों के साथ दिया जाना चाहिए था. याचिका 20 अक्टूबर को दिया गया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट दशहरा की छुट्टी के कारण इसकी सुनवाई 30 अक्टूबर को कर सका. अब अगली सुनवाई 03 नवंबर को होगी.
दीपांकर गौरव ने बताया की BPSC 72000 रिजल्ट सिर्फ DLD अभयर्थियों के लिए प्रकाशित कर दिया है । ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट रोक लगा दिया यो क्या होगा ? उन्होंर आयोग पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया है ।
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