Monday, July 8, 2024
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D2M Technology: Good News,इंटरनेट की दुनिया में क्रन्तिकारी कदम , बिना सिम एवं नेटवर्क के धड़ाधड़ चलेगा वीडियो ,TV चैनल ।

D2M Technology:आज तकनीक का विकास काफी तेजी से हो रहा है। नई-नई तकनीक आ रहे हैं पुराने तकनीक को भी अपग्रेड किया जा रहा है। इससे लोगों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। गांव हो या शहर  लोग टेक्नोलॉजी के ऊपर आश्रित होते जा रहे हैं।

आइए देखते हैं इन दिनों जिस टेक्नोलॉजी की बहुत जोर शोर से चर्चा हो रही है व्हाट D2M Technology क्या है ,कैसे काम करता है तथा इसकी आम लोगों से क्या संबंध है? D2M Technology आने के बाद लोगों की जिंदगी में क्या बदलाव आने वाला है? आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहिएगा इसमें हम इन सारे सवालों का जवाब देखेंगे।

भारत सरकार के अधीन आने वाला दूर संचार मंत्रालय इस D2M Technology के इस्तेमाल पर गंभीर दिख रहा है। दूरसंचार विभाग इसके लिए आईआईटी कानपुर के साथ मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर, सेटेलाइट चैनल को इस संदर्भ में एक फ्रेमवर्क बनाने के लिए कहा है। हालांकि D2M सर्विस को लॉन्च करने के लिए पहले भी इस पर कोशिश की जा चुकी है। अभी तक इसे धरातल पर उतारा नहीं जा सका। सेटेलाइट चैनल की व्यूअरशिप में लगातार कमी होने के कारण सरकार इस टेक्नोलॉजी को लाने के लिए गंभीर दिखाई पड़ रही है।

हालांकि मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर इस बात से डरे हुए हैं D2M सर्विस लॉन्च हो जाने के बाद लोग डेटा डाटा रिचार्ज काम करेंगे, जिससे उन्हें रिवेन्यू कलेक्शन कम होने का डर सता रहा है।

D2M Technology Launch date in India
D2M Technology Launch date in India,Image credit – Social media

D2M Technology / D2M Service क्या है?

D2M Technology / D2m Service डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी है । इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से बिना सिम कार्ड एवं नेटवर्क के SATELITE  सिग्नल के द्वारा बिभिन्न प्रकार के टीवी चैनल ( फ्री टू एयर ) अपने मोबाइल पर देख सकते हैं । इसे देखने के लिए आपको कोई पैसे खर्च करने कि जरुरत नहीं होगा ।

D2M Technology कैसे काम करता है?

जिस तरह से D2H टेक्नोलॉजी काम करता है , ठीक इसी प्रिंसिपल पर D2M Technology भी काम करेगा। D2H टेक्नोलॉजी यानी डायरेक्ट टू होम टेक्नोलॉजी के द्वारा आप एक सेट टॉप बॉक्स लगाकर सेटेलाइट के द्वारा सिग्नल रिसीव करते हैं। सिग्नल आपका सेट टॉप बॉक्स टीवी को फॉरवर्ड करता है जिससे आप अपने टीवी स्क्रीन पर विभिन्न चैनल देख पाते हैं। यानि D2H टेक्नोलॉजी में सैटेलाइट सेंडर तथा सेट टॉप  बॉक्स रिसीवर का काम करता है।

ठीक इसी तरह D2M Technology में सेटेलाइट के द्वारा भेजे गए सिग्नल को रिसीवर एक्सेप्ट करेगा .रिसीवर आपके मोबाइल को सिग्नल भेजेगा। उसे भेजे गए सिग्नल के द्वारा अपने मोबाइल पर मन चाहे चैनल देख सकेंगे। यह पार्टिकुलर फ्रीक्वेंसी पर काम करेगा। आप अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर अलग-अलग चैनल का लुत्फ़ उठा सकेंगे इसमें कोई सिम एवं डाटा नेटवर्क की जरूरत नहीं है ।जानकारी के मुताबिक इस सेवा में 526 से 582 मेगाहर्ट्ज बैंड का इस्तेमाल किया जाएगा .जो ब्रॉडकास्ट और मोबाइल दोनों सर्विस के लिए उपयुक्त है।

प्रारंभ में रिसीवर के लिए सेट टॉप बॉक्स की तरह कोई छोटा उपकरण आपको लगाना पड़ सकता है बाद में संभव है मोबाइल बनाने वाली कंपनियां उस डिवाइस को आपके मोबाइल में ही इनबिल्ट कर देना प्रारंभ कर देगी। जब मोबाइल में इनबिल्ट हो जाएगा इसका फायदा यह मिलेगा कि आप कहीं भी रहे इस टेक्नोलॉजी का फायदा उठा सकते हैं। अगर आप फ्री टू एयर चैनल देखते हैं तो इसके लिए आपको कोई पैसे देने की जरूरत नहीं है।

D2M Technology Launch date in India
D2M Technology , Image credit – Social media

D2M Technology का आम लोगों से क्या सम्बन्ध है?

D2M Technology से आमलोगों का सीधा सम्बन्ध है । खास तौर पर जिस कार्यक्रम को देखने के लिए आज  पैसे खर्च कर रहे हैं , वह बिना पैसे खर्च किये भी सम्भव हो सकेगा । खास तौर पर रिमोट एरिया में जहाँ आज भी नेटवर्क कि दिक्कत है , उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा ।

D2M Technology का आम लोगों के जीवन पर असर 

इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से सरकार दूर दराज के लोगों तक भी आसानी से अपनी बात बिना किसी सर्विस प्रोवाइडर कि मदद के पहुंचा सकेगी । वच्चों के शिक्षा , किसान को खेती से सम्बंधित कार्यक्रम आसानी से उपलब्ध हो सकेगा ।

पिछले साल जून महीने में आईआईटी कानपुर, टेलीकॉम डेवलपमेंट सोसायटी तथा प्रसार भारती ने इस संदर्भ में एक श्वेत पत्र जारी किया था। इस श्वेत पत्र के मुताबिक D2M यानी डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी में वर्तमान तथा भविष्य की टेक्नोलॉजी को समावेश करने की बात कही गई थी।

इस समय भारत में 80 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स है। अगर यह टेक्नोलॉजी सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया जाता है तो इसका लोग एक बहुत बड़े वर्ग को मिलने वाला है।

D2M Technology का मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर पर क्या असर पड़ेगा ?

हालाँकि इस समय मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां 5G नेटवर्क के विस्तार पर लगी हुई है। उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि अगर डीटीएम टेक्नोलॉजी आ जाता है तो इसे उन्हें रेवेन्यू का बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। D2M टेक्नोलॉजी के द्वारा TV चैनल EX. लाइव मैच टीवी, धारावाहिक ,समाचार आदि को फोन पर डायरेक्टली स्ट्रीमिंग किया जा सकता है।

जिस तरह से एफएम रेडियो प्रसारित किया जाता है उसी तरह से D2M टेक्नोलॉजी के द्वारा मल्टीमीडिया कंटेंट्स एवं अन्य चैनल आपके मोबाइल तक पहुंचाया जाएगा।

D2M Technology
D2M Technology , Image credit – Social media

D2M Technology Launch date in India

इसके अलावा सरकार इसका इस्तेमाल शिक्षा एवं आपातकालीन सेवा के लिए जरूरत पड़ने पर किसी इमरजेंसी अलर्ट के लिए कर सकेगी। वर्तमान में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 19 शहरों में इसका मेगा ट्रायल होने जा रहा है। आईआईटी कानपुर के मुताबिक D2M सर्विस को बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इमरजेंसी की स्थिति में सरकार ऑडियो अथवा वीडियो के माध्यम से बिना मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर की मदद के लोगों तक संदेश आसानी से पहुंचा सकती है। D2M Technology Launch date in India की अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुआ है ।

D2M Technology का फायदा एवं नुकसान 

उपयोगकर्त्ता

आम लोगों को कोई नुकसान नहीं है । बल्कि उन्हें फ्री में बिना सिम एवं नेटवर्क के कई प्रोग्राम (शैक्षिक या मनोरंजन) उनके मोबाइल तक पहुंच जायेगा, जिसका लाभ वे उठाकर अपनी जिंदगी को आसान बनाते हुए अपनी आमदनी को भी बढ़ा सकते हैं ।

डायरेक्ट-टू-मोबाइल अगली पीढ़ी का अभिसरण प्रसारण-ब्रॉडबैंड नेटवर्क सभी उपयोगकर्ताओं को समान बेहतर गुणवत्ता प्रदान करके, चाहे कितने भी उपयोगकर्ता सामग्री का उपभोग कर रहे हों, तत्कालिक गति और उपभोक्ता अनुभव को बढ़ाता है।

सर्विस प्रोवाइडर 

D2M नेटवर्क के उपयोग से  मोबाइल ऑपरेटरों को अतिरिक्त डेटा पाइप प्रदान करने की क्षमता मिलेगा  जो संभावित रूप से वीडियो, OTT आदि जैसे भारी बैंडविड्थ की खपत करने वाले अनुप्रयोगों से नेटवर्क को डीकॉन्जेस्ट करने में मदद कर सकता है।

इसका नुकसान मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को जरूर होता दिखाई दे रहा है क्योकि इसके आ जाने से डाटा कि खपत कम हो सकता है । इससे उन्हें रेवेन्यू का नुकसान संभव है ।

हालांकि टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट का काफी फायदा लोगों को मिला है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए टेक्नोलॉजी के विकास होने से लाभ के साथ-साथ अगर आप टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल करते हैं इसका नुकसान भी लोगों को उठाना पड़ रहा है। यूजर के ऊपर निर्भर करता है अगर आप टेक्नोलॉजी को सकारात्मक दिशा में इस्तेमाल करते हैं ,निश्चित रूप से इसका बहुत बड़ा फायदा लोगों के जीवन में होता है.

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